ज्वाइंट एंट्रेंस बोर्ड (जैब) ने इस साल देश भर के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में 500 सीटें बढ़ाने का फैसला किया है। इससे साथ ही एससी-एसटी वर्ग के छात्रों को बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों में पांच फीसद अंकों की छूट भी दी जाएगी। जैब के इस फैसले से शैक्षणिक सत्र 2017-18 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई एडवांस) में 2.20 लाख छात्रों को शामिल होने का मौका मिल सकेगा।
रविवार को आईआईटी चेन्नई में हुई ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (जैब) की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। शैक्षणिक सत्र 2017-18 में प्रवेश परीक्षा (जेईई) आयोजित करने की जिम्मेदारी आईआईटी मद्रास को सौंपी गई है। इसके साथ ही देश भर की 23 आईआईटीज में ज्यादा से ज्यादा छात्रों को एडमिशन का मौका देने के लिए 500 सीटें बढ़ाने का फैसला हुआ है। जैब के इस फैसले से पिछले साल के मुकाबले इस बार 22 हजार ज्यादा छात्रों को जेईई एडवांस में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। इस बार कुल 2.20 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
परीक्षा की तारीख घोषित
बैठक में तय हुआ कि इस बार जेईई एडवांस का आयोजन 21 मई 2017 को किया जाएगा। देश की 31 एनआईटी, 20 ट्रिपल आईटी और 18 जीएफटीआई की लगभग 24 हजार से अधिक और 23 आईआईटी की लगभग 11 हजार सीटों पर एडमिशन का काउंटडाउन सोमवार से शुरू हो गया। इस बार जेईई-मेन परीक्षा दो अप्रेल और जेईई-एडवांस 21 मई को होगी। जेईई-मेन का परीक्षा परिणाम 27 अप्रेल को व एडवांस का परिणाम 11 जून को घोषित किया जाएगा।एससी-एसटी छात्रों को छूट
जैब की बैठक में एससी और एसटी छात्रों को बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों में पांच फीसद की और छूट दिए जाने का भी फैसला लिया गया। पिछले साल तक इस परीक्षा में 70 फीसद से कम अंक वाले छात्रों को मौका नहीं मिलता था, जबकि इस बार इन छात्रों के लिए अंकों की न्यूनतम सीमा 65 फीसद रखी गई है। वहीं अनारक्षित वर्ग के छात्रों को न्यूनतम अंक सीमा (75 फीसद) में कोई छूट नहीं दी गई है। छात्रों को सुविधा इसके साथ ही बोर्ड के सदस्यों ने ओबीसी नॉन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट को जेईई एडवांस 2017 के लिए वैध मानने की मंजूरी भी दे दी है। छात्रों को जेईई एडवांस के लिए पंजीकरण कराने, रिजल्ट देखने और च्वाइस फिलिंग में दिक्कत न आए, इसके लिए वीडियो ट्यूटोरियल भी जारी किया जाएगा।
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