हाड़ौती की हसीन वादियों की एक झलक ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्रीज के दो धुरंधरों को ऐसा दीवाना बनाया कि वह नए वीडियो की शूटिंग करने के लिए 768 किमी तक खुद कार चलाकर कोटा आए। बड़ी खामोशी से तीन दिन तक गरडिय़ा महादेव और बूंदी फोर्ट में शुूटिंग की। इसके बाद 'मन भरिया' का खूबसूरत वीडियो जब दुनिया के सामने आया तो उसने धूम मचाकर रख दी।
कई सुपर हिट म्यूजिक एलबम का निर्देशन कर चुके अरविंदर खेरा को जब मशहूर पंजाबी म्यूजिक कंपोजर और लिरिक्स राइटर बी प्रॉक ने अपने नए गाने के लिए साइन किया तो वह खुशी से झूम उठे। बी प्रॉक पहली बार कोई गाना गा रहे थे, इसलिए खेरा के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी उसके खूबसूरत फिल्मांकन की। दुनिया भर में लोकेशन तलाश रहे खेरा की नजर अचानक राजस्थान पर्यटन के प्रमोशन वीडियो 'जाने क्या दिख जाए' पर पड़ी। आठ वीडियो की सीरिज में उन्हें सबसे ज्यादा गरडिय़ा महादेव इलाके की लोकेशन ने लुभाया, लेकिन राजस्थान में मनमोहक हरियाली और बलखाती नदी की मौजूदगी उनके गले नहीं उतरी। नतीजन, हकीकत जानने के लिए खुद कोटा चले आए। गरडिय़ा महादेव आकर जब उन्होंने इठलाती चम्बल और घने जंगल देखे तो अवाक रह गए।
अरविंदर खेरा ने बताया कि कोटा तक आने के लिए ना तो चंडीगढ़ से कोई सीधी ट्रेन थी और ना ही हवाई सुविधा, इसलिए दोनों ने फैसला लिया कि वे कार से ही 768 किमी का सफर तय करेंगे। जनवरी में छोटे से क्रू और कैमरा मैन के साथ वह कोटा पहुंचे और तीन दिन तक शूटिंग की। खेरा बताते हैं कि 4.36 मिनट के वीडियो में 60 फीसदी हिस्सा गरडिय़ा महादेव में चम्बल के किनारे फिल्माया गया है। बूंदी फोर्ट के भी चार खूबसूरत शाॉट्स लिए गए हैं। बाकी 30 फीसदी इंडोर शूट मनाली में पूरा किया गया। खेरा ने बताया कि 'मन भरिया' का म्यूजिक वीडियो 17 मार्च को लांच हुआ। हाड़ौती की खूबसूरत वादियों से सजे इस वीडियो को अब तक यूट्यूब पर 45 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। वहीं म्यूजिक चैनल्स के टॉप-5 चार्ट में भी यह जगह बना चुका है।
अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर हाड़ौती के पर्यटन को प्रमोट करने में जुटीं यूजीसी की रिसर्च अवार्डी एवं कोटा विवि की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा कहती हैं कि बद्रीनाथ की दुल्हनिया के बाद म्यूजिक वीडियो से कोटा और बूंदी की खूबसूरती ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है, लेकिन हाड़ौती में अभी सौ से ज्यादा ऐसी लोकेशन हैं जो फिल्मकारों की नजर से छिपी हुई हैं। राजस्थान सरकार को गुजरात सरकार की तरह शूटिंग लोकेशन को प्रमोट करने के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर इन जगहों की ब्रांडिंग करनी चाहिए। ताकि खूबसूरत लोकेशन की तलाश में जुटे फिल्मकारों को इनकी आसानी से जानकारी मिल सके।
इससे न सिर्फ हाड़ौती में फिल्म टूरिज्म बढ़ेगा, बल्कि इस इलाके में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। कला और संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा सो अलग। बी प्रॉक और अरविंदर खेरा उनकी बात का समर्थन करते हुए कहते हैं कि कोटा और उसके आसपास का इलाका शूटिंग के लिए खासा मुफीद है। शांति से आप अपना काम कर सकते हैं। इसलिए सरकार को इन जगहों को प्रमोट करना चाहिए, ताकि हमारी तरह नई लोकेशन की तलाश कर रहे लोगों को मदद मिल सके।
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